हैती में एक गिरोह ने 17 अमेरिकी ईसाई मिशनरियों का उनके परिवारवालों के साथ अपहरण कर लिया है। यह वारदात तब हुई, जब सभी मिशनरी राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस के एक अनाथालय से बाहर थे। ये लोग अपने ग्रुप के कुछ मेंबर्स को छोड़ने के लिए बस से एयरपोर्ट की ओर जा रहे थे। जिनका अपहरण किया गया है, उनमें मिशनरियों के बच्चे भी शामिल हैं।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक वाशिंगटन में अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेनिफर वियाउ ने कहा कि हम इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं, हैती में अमेरिकी दूतावास की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। हैती की पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अधिक जानकारियां जुटा रहे हैं। अपहरण किए गए मिशनरियों और उनके चर्च के बारे में भी जानाकारी हासिल की जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बंदूकधारियों का यह गिरोह कई महीनों से पोर्ट-ऑ-प्रिंस और डोमिनिकन गणराज्य के साथ लगी सीमा पर एक्टिव है। यह गैंग चोरी और अपहरण कई घटनाओं में शामिल रहा है। वहीं, अमेरिका स्थित ईसाई सहायता मंत्रालयों ने विभिन्न धार्मिक मिशनों को एक मैसेज भेजा है, जिसमें बताया गया है कि अपहरण किए गए लोग हैती में एक अनाथालय का निर्माण कर रहे थे। मैसेज में लोगों से प्रार्थना करने के लिए कहा गया ताकि ये लोग सुरक्षित वापस आ सकें।हैती की गिनती अफ्रीका के सबसे गरीब देशों में होती है। हाल के दिनों में यहां गैंगवार की घटनाएं बड़ी हैं। इससे हजारों लोगों को बेघर होना पड़ा है। देश की आर्थिक हालत और भी ज्यादा खस्ता हो गई है। जुलाई में हैती के राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की हत्या कर दी गई। अगस्त में आए भूकंप में 2,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इन दो बड़ी घटनाओं के बाद से यहां हिंसा में तेजी आई है।
जोवेनेल मोइस की हत्या की साजिश 28 लोगों ने मिलकर की थी। इनमें हैती मूल के 2 अमेरिकी और 26 कोलंबियाई नागरिक शामिल थे। इनमें से तीन कोलंबियाई संदिग्धों को पुलिस ने ढेर कर दिया। सुबह करीब 5 बजे राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस स्थित राष्ट्रपति भवन में भारी हथियारों से लैस हमलावर घुसे थे। उन्होंने 53 साल के राष्ट्रपति मोसे और उनकी पत्नी मार्टिना मोसे पर अंधाधुंध गोलियां दाग दीं। प्रेसिडेंट के शरीर पर 12 गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं।
कैरेबियन देश हैती में इसी साल अगस्त में 10 साल बाद एक बार फिर जोरदार भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। भूकंप के झटके में 2 शहरों को भारी नुकसान हुआ। भूकंप की वजह से बहुत सारे घर तबाह हो गए और सड़कें टूट गईं। जेरेमी, लेस केयस, सेंट लुइस डू सूद और लेस एंग्लिस शहरों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ।