जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर ने रायपुर में फिल्मी डायलॉग बोलने के पैसे मांगे। जब एक व्यक्ति ने उनसे कहा कि फलां डायलॉग सुनाइए, तो कुछ सेकंड के लिए रुके। फिर बोले- मुझे उस फिल्म का डायलॉग तो याद नहीं लेकिन कर्मा फिल्म का डॉ. डेन का संवाद जरूर सुना सकता हूं। आगे मजाकिया लहजे में कहा- लेकिन इसके लिए अलग से पैसे देने होंगे। यह कहते हुए थप्पड़ की गूंज याद रहेगी… सुनाकर तालियां बटोरीं। दरअसल, नया रायपुर के रिसॉर्ट में आयोजित ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव में वे बतौर मोटिवेशनल स्पीकर शामिल हुए। सवा घंटे की स्पीच में हंसी-मजाक, शेर-ओ-शायरी और अपनी जर्नी सुनाकर लोगों को बांधे रखा। खास बात यह रही कि वे अपनी बातचीत में वहां मौजूद लोगों को इन्वॉल्व कर रहे थे। इससे कार्यक्रम बहुत ही रोचक होता गया। इस दौरान वे गहरे संदेश भी देते गए जो जीवन में काम आएंगे। कार्यक्रम शुरू होने के कुछ देर में ही उनका सामना एक पर्ची से हुआ। उसमें लिखा था कि प्लीज आप खड़े होकर स्पीच दें। वह पर्ची ऑर्गेनाइजर कमेटी की तरफ से रमेश ने भिजवाई थी। इस पर चुटकी लेते हुए खेर ने कहा जैसी आपकी आज्ञा। जो माल देता है वो मालिक होता है। थोड़े माल तो मैंने भी लिए हैं। खेर ने एक सिलसिले में उन्हें मंच पर भी बुलाया। हंसी-ठिठोली में उनसे पूछा कि आपने मुझे ऐसा क्यों कहा? रमेश ने जवाब दिया कि कम्युनिकेशन गैप हो रहा था इसलिए मैंने कहा। कार्यक्रम में उनती पत्नी को भी मंच पर बुलाया। रमेश से एक डायलॉग बुलवाकर एक्टिंग भी कराई।
