अदाणी हिंडनबर्ग मामले और राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द मामले में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के आरोपों का आज शुक्रवार को जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहाकि, अदाणी कौन है? जिसे बचाने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के सभी सांसद उतर आए। दाल में ज़रूर कुछ काला है। नहीं तो, वित्त मंत्री ज़मीन पर उतरकर अदाणी पर लगे इल्ज़ामों का खंडन क्यों करेंगी। इसका मतलब है कि, मोदी जी के निर्देश पर इन्हें जमीन पर अदाणी को क्लीन चीट देने के लिए उतारा गया है। अदाणी हिंडनबर्ग मामले में कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने एक सुर में भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी का विरोध किया। संसद के बजट सत्र के पूरे कार्यकाल के दौरान अदाणी हिंडनबर्ग मामले में जेपीसी जांच की मांग ने भाजपा को बौखला दिया। भाजपा सांसदों ने हर मौके पर मुंहतोड़ जवाब दिया। कभी तो कई भाजपा सांसदों ने एकजुट होकर अदाणी हिंडनबर्ग मामले के विरोध में कांग्रेस की घेरेबंदी की। बजट सत्र के दूसरे चरण में राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद होने ने विरोध को बढ़ाने में आग का काम किया। गुरुवार को बजट सत्र के तहत लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। इसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारमण कांग्रेस और राहुल गांधी को आइना दिखाया।कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहाकि, पीएम के आदेश पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अदाणी को बचाने और उन्हें क्लीनचिट देने के लिए आगे आई हैं। यह साबित करता है कि, कुछ छिपा हुआ है जो सरकार प्रकाश में नहीं आना चाहती है। राहुल गांधी इस सत्तारूढ़ सरकार के भ्रष्टाचार, कुकृत्यों और कुशासन के खिलाफ बोलने के लिए दृढ़ हैं।
