भारत की एक कंपनी ने युद्धपोतों में लगाए जाने वाले इंजन बनाने वाली यूक्रेन की कंपनी की अधिकतर हिस्सेदारी खरीद ली है। रूस में भारत के लिए बनाई जा रही एडमिरल ग्रिगोरोविच स्टील्थ-निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट में यूक्रेनी कंपनी जोर्या मैशप्रोएक्ट का इंजन लगाया जाना है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इंजन बनाने में देर हो रही थी। भारतीय कंपनी कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स (केएसएसएल) की ओर कंपनी की अधिकतर हिस्सेदारी खरीदे जाने से भारतीय नौसेना के लिए बनाए जाने वाले युद्धपोतों के निर्माण में आने वाली अड़चनें दूर हो जाएंगी। भारतीय नौसेना के एडमिरल ग्रिगोरोविच स्टील्थ श्रेणी के दो युद्धपोतों का निर्माण किया जाना है।भारत और रूस में अक्टूबर, 2016 में चार स्टील्थ फ्रिगेट युद्धपोतों के निर्माण के लिए समझौते हुआ था। इनमें से दो रूस और दो भारत में बनने थे। रूस में बनाए जा रहे युद्धपोतों का निर्माण अक्टूबर, 2024 तक होना था, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इनके निर्माण में देर हो रही है। भारत में बनने वाले युद्धपोतों का निर्माण समय पर हो सके, इसके लिए भारतीय कंपनी ने यूक्रेन की कंपनी में अधिकतर हिस्सेदारी खरीद ली।
