वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ थीम के साथ 10 से 12 जनवरी तक गांधीनगर में आयोजित किया गया है। यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान बुधवार के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि हैं। यह समिट भारत के बेहद जरूरी एवं प्रगतिपूर्ण कदम है। यहां मोदी समेत देश-विदेश के राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इनके द्वारा सभी को संबोधित किया गया।
वाइब्रेंट समिट में अपने स्वागत भाषण में भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि हम जीवंत शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए एक साथ आए हैं। आज गुजरात निवेश के लिए सबसे अच्छा गंतव्य बन गया है। धोलेरा, साणंद, चिकित्सा उपकरण और रक्षा क्षेत्र में इसे कई सफलताएं मिली हैं।
नरेंद्र मोदी ने वैश्विक वित्त गतिविधियां शुरू करने के लिए हमेशा सभी को प्रोत्साहित किया है। गुजरात को गिफ्ट सिटी देकर दुनिया से जोड़ा गया है। गुजरात के इस मॉडल से प्रेरित होकर अन्य राज्यों ने भी समिट शुरू की है। 2047 पीएम मोदी का विकसित भारत का सपना पूरा होगा। आर्थिक विकास पर जोर देने के साथ-साथ गुजरात सरकार ने हमेशा सामाजिक क्षेत्र के विकास और जीवन की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया है।नरेंद्र मोदी ने साल 2024 की शुभकामनाएं देते हुए कहा, भारत ने हाल ही में आजादी के 75 साल पूरे किए, अब भारत अगले 25 साल के लिए काम कर रहा है। आजादी के 100 साल बाद भारत एक विकसित देश होगा इसलिए 25 साल का कार्यकाल ही भारत की अमरता है। नए सपने, संकल्प और शाश्वत अमरता। यह इम्मोर्टल में पहला वाइब्रेंट शिखर सम्मेलन है। मैं सभी का स्वागत करता हूं।इस सम्मेलन का विषय ‘भविष्य का द्वार’ है। पिछले 20 वर्षों में नए विचारों को एक मंच दिया है। नए निवेश ने एक नया प्रवेश द्वार बनाया है। भारत एक विश्व एक परिवार एक भविष्य के साथ चल रहा है। विश्व में मित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है।