झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि जिस तरह से चंपई सोरेन को अपमानित किया गया और मुख्यमंत्री पद से हटाया गया, वह सिर्फ उनका नहीं बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान है। आज यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘चंपई सोरेन इतने सालों से हेमंत जी के साथ खड़े होकर वफादार रहे हैं, लेकिन जिस तरह से उन्हें अपमानित किया गया और हटाया गया, वह सिर्फ चंपई सोरेन का अपमान नहीं है बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान है। मुख्य मुद्दा यह था कि चंपई सोरेन ने कहा कि भ्रष्टाचार बंद होना चाहिए, लेकिन झामुमो इसे खत्म करने को तैयार नहीं था।’संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि घुसपैठिए झारखंड के युवाओं की नौकरी खा रहे हैं। वे आदिवासी बच्चियों से शादी कर दानपत्र के जरिए उनकी भूमि हड़प रहे हैं। हम यह कानून बदल देंगे। हमारी सरकार बनेगी तो सरहद के उस पार से परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। एक-एक घुसपैठिए को चिन्हित करने के लिए कमेटी बनेगी और उन्हें निकालेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर आदिवासियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा, “75 साल में कभी आदिवासी राष्ट्रपति नहीं बना। जब पीएम मोदी आए तब देश में आदिवासी की बेटी राष्ट्रपति बनी।”
