अमेरिका ने 7 अगस्त से भारत से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाना शुरू कर दिया है। 27 अगस्त से यह और भी बढ़ जाएगा। इससे भारतीय उत्पादों की कीमत बढ़ेगी और निर्यातकों के सामने नई चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं।
प्रमुख क्षेत्रों पर प्रभाव:
- इंजीनियरिंग गुड्स:
- टैरिफ: 10% से बढ़कर 25%।
- असर: निर्यात में 10-15% की कमी हो सकती है।
- जोखिम: छोटे और मध्यम उद्योगों और लाखों नौकरियों पर खतरा।
- कंपनियाँ: टाटा स्टील, भारत फोर्ज, L&T प्रभावित होंगी।
- इलेक्ट्रॉनिक्स (जैसे आईफोन):
- टैरिफ: अभी छूट है, पर भविष्य में 25% टैरिफ लग सकता है।
- असर: टैरिफ लगने पर स्मार्टफोन जैसी चीज़ों की कीमत बढ़ेगी और निर्यात घटेगा।
- कारण: सेक्शन 232 के तहत समीक्षा जारी है।
- फार्मा (दवाएँ):
- टैरिफ: वर्तमान में 0%। लेकिन ट्रंप ने 150% से 250% टैरिफ की धमकी दी है।
- असर: अगर 25% टैरिफ भी लगा तो दवाओं की लागत 25% बढ़ जाएगी।
- कंपनियाँ: सन फार्मा, डॉ. रेड्डी जैसी कंपनियों पर असर पड़ेगा।
- जेम्स एंड ज्वेलरी:
- टैरिफ: 10% से बढ़कर 25%।
- असर: निर्यात में 15-20% की गिरावट। लाखों कारीगरों की आजीविका पर संकट।
- टेक्सटाइल (कपड़े):
- टैरिफ: 10% से बढ़कर 25%।
- असर: मांग में 20-25% की कमी संभव। बांग्लादेश और वियतनाम से कड़ी प्रतिस्पर्धा।
- ऑटो पार्ट्स:
- टैरिफ: 25% पहले से ही लागू है।
- असर: भारत के 2.2 बिलियन डॉलर के निर्यात पर सीधा प्रभाव। मैक्सिको और चीन जैसे देशों से मुकाबला और भी कठिन हो जाएगा।