विश्व हाथी दिवस: ये रोचक फैक्ट्स जानकर हो जाएंगे हैरान, भिलाई निवासी प्रशांत क्षीरसागर प्रतिवर्ष गजराज से आर्शीवाद लेने जाते हैं शेगांव

दक्षिणापथ. विश्व हाथी दिवस 12 अगस्त 2012 को मनाया जाता है हाथियों और इंसानों की दोस्ती के किस्से लोक कथाओं फिल्म जगत संसार तक मशहूर है। जग जाहिर है यह दिवस हाथियों के संरक्षण गैर कानूनी शिकार और तस्करी रोकने के लिए जंगली हाथी की संख्या में बढ़ोतरी बेहतर जीवन और प्रबंधन के बारे में जानकारी उपलब्ध करना अधिकारिक रूप से शुभारंभ 12 अगस्त 2012 सिम्स और एलीफेंट की इंट्रोडक्शन फाउंडेशन ने विश्व हाथी दिवस की शुरुआत की थी। हाथियों के 30 रिजर्व हाथियों की वैश्विक आबादी 60त्न भारत में है।

आज एशिया और अफ्रीका के हाथी के बारे में आज की स्थिति जागरूकता पैदा करने के लिए उन पर ध्यान आकर्षित करने के लिए हम सब मिलकर विश्व हाथी दिवस मनाया जाता है 2017 से हाथी की गिनती शुरुआत की गई थी धीरे धीरे संख्या कम हो रही है कुछ अन्य रोचक जानकारियां जन्म के बाद हाथी का बच्चा 20 मिनट के बाद खड़ा हो जाता है हाथी दिन भर में डेढ़ सौ केजी खाना भोजन खा लेता है 35% भोजन नहीं पचाने के कारण मलद्वार से बाहर निकलता है हाथी का मुख्य भोजन विशेष रुप से बास झाड़ी पेड़ की छाल फल फूल पत्ती पेड़ों की टहनी मुख्य रूप से मुख्य भोजन है घास उसका प्रसिद्ध भोजन है। भारत के जवान हाथी का वजन 5000 केजी होता है बुश अफ्रीका हाथी का वजन 6000 केजी तक होता है हाथी कान क्यों हिलाता है असल में हाथी अपने विशाल शरीर की गर्मी कानों के द्वारा बाहर निकालता है यह काम हाथी के कान की कोशिकाएं मुख्य रूप से सहायक होती है इसलिए हाथी काम बड़े होते हैं।

हाथी हाथियों के संरक्षण की दिशा में दलमा एलीफेंट सेंचुरी के हाथी गजराज अभी भी सुरक्षित नहीं है कभी कोई हाथी बीमारी से कोई ट्रेन से कट् कर कोई बड़े गड्ढों में गिरकर हाथी मर जाते हैं हाथी की उम्र जंगली हाथी की उम्र 45 से 60 वर्ष होती है 70 से 80 वर्ष तक हाथी पालतू हाथी की उम्र होती है। जैव विविधता मैं भी योगदान वन्यजीवों की सुरक्षा के अलावा जंगल को बचाने में भी हाथी योगदान देते हैं। हाथी पेड़ टहनी नीचे लगने वाले पौधे या घास फूस खाते हैं जब वह जंगल से गोबर करते हुए गुजरते हैं तो गोबर के साथ बिज भी बाहर आ जाते हैं यह जंगल की हरियाली को भी बढ़ाते हैं। महावत की अहम भूमिका होती है दरअसल जंगल में रखवाले वह चारे के लिए जाते समय पालतू हाथियों का जंगली टच कर से विशेष ध्यान रखना होता है। महावत की जंगली हाथियों का झुंड दिखने पर पालतू हाथी को कोई खतरा नहीं रहता है लेकिन अकेला हाथी दिख जाए तो जंगली हाथी हमला कर देते हैं।

भिलाई निवासी प्रशांत क्षीरसागर प्रतिवर्ष गजराज से आर्शीवाद लेने जाते हैं शेगांव

वन्य व पर्यावरण प्रेमी प्रशांत कुमार क्षीरसागर विश्व हाथी दिवस पर हाथी सिर्फ चार-पांच घंटे ही सोता है। 14 से 16 घंटा भोजन करता है रोचक जानकारी की हाथी की याददाश्त बहुत अच्छी होती है पुराने परंपरागत रास्तों को नहीं भूलता है और ना ही अपने महावत को हर साल पर्यावरण वरिष्ठ वन्य जीव प्रेमी प्रशांत कुमार क्षीर सागर प्रतिवर्ष शेगाव राजा हाथी के दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ आशीर्वाद लेने शेगाव मंदिर जाते हैं। विश्व हाथी दिवस पर जन्मदिन मनाने की और फेसबुक नया मुहिम शुरू की गई है हाथियों के संरक्षण के लिए हाथियों का सम्मान वह चेतना भाव के लिए सभी लोगों को जागरूक करना है हाथी हमारे साथी है हाथियों के बिना मानव जीवन अधूरा है