मध्यप्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। यहां के एक मंदिर में बावड़ी (कुएं) पर बनी छत धंस गई। इसमें करीब 32 लोग बावड़ी में गिर गए। 6 घंटे की मशक्कत के बाद 19 लोगों को तो जिंदा निकाल लिया, लेकिन करीब 13 लोगों के शव बरामद हुए हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। 19 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को इलाज के साथ अतिरिक्त 50 हजार रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।इंदौर की सपना-संगीता टॉकीज के पास स्थित स्नेह नगर में यह हादसा गुरुवार को सुबह 11 बजे हुआ। बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हवन-पूजन करने के लिए जमा हुए थे। तभी मंदिर की बावड़ी पर बनी छत धंस गई। इस हादसे में करीब 32 लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में गिर गए। रेस्क्यू दल ने करीब 13 शवों को निकाला है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। 19 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।हादसे की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर चिंता व्यक्त की है और सीएम शिवराज सिंह से फोन पर चर्चा की। घटना के बाद से ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर इलियाराजा टी और पुलिस के कमिश्रर मकरंद देउस्कर मौजूद हैं। इसके बाद भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी घटनास्थल पर मौजूद हैं।
