कमजोर ग्लोबल संकेतों और भारी बिकवाली के बीच गुरुवार को बीएसई और निफ्टी बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई 1114.82 अंक (2.96%) नीचे 36,553.60 अंकों पर और निफ्टी 326.30 अंक (2.93%) लुढ़ककर 10,805.55 पर बंद हुआ। इससे पहले डे ट्रेडिंग के दौरान बीएसई 1172.44 अंक और निफ्टी 341.65 अंक के निचले स्तर तक चला गया था।
आज बीएसई 386.24 पॉइंट नीचे 37,282.18 पर और निफ्टी 120.85 अंक की गिरावट के साथ 11,011 के स्तर पर खुला। इस तरह बीते 5 दिनों में मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए घटकर 148 लाख करोड़ के स्तर पर आ गया है। पिछले शुक्रवार को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप 159 लाख करोड़ रुपए था।
बाजार में गिरावट की 2 वजह
- कमजोर ग्लोबल संकेत: भारतीय शेयर बाजार का रुख ग्लोबल बाजारों के अच्छे संकेतों पर भी निर्भर करता है, लेकिन ये फिनसेन फाइल लीक (FinCEN Files Leaks) मामले के चलते दबाव में चल रहे हैं। यह फाइल अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की है। इसमें ग्लोबल बैंकों के वित्तीय लेनदेन की लेखा-जोखा होता है। बुधवार को अमेरिकी बाजार में भारी बिकवाली रही थी। इसमें नैस्डेक 3%, डाउ जोंस 2% और एसएंडपी 2.37% नीचे बंद हुआ। इसके अलावा, एशियाई मार्केट में भी गिरावट जारी है। शंघाई कंपोजिट में 2% की और जापान निक्केई में 1% की गिरावट देखी गई।
- बढ़ता कोरोना का प्रकोप: भारत समेत दुनियाभर में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। covid19india.org के मुताबिक भारत में कुल कोरोना के मामले 57 लाख से ज्यादा हो गए हैं। दुनियाभर में यह आंकड़ा 3.21 करोड़ के पार पहुंच गया है। ऐसे में बिजनेस ग्रोथ के आंकड़े में सुधार के कम ही आसार हैं। केयर रेटिंग्स ने अनुमान जताया है कि इकोनॉमी में ग्रोथ चालू वित्त वर्ष के अंत तक शायद ही दिखाई दे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त मंत्रालय को भी इकोनॉमी इस वित्त वर्ष में वी शेप (v) रिकवरी की कम ही उम्मीद है।