छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के भैंसाकट्टा व पलेवा गांव में वन विभाग ने 2 आदमखोर तेंदुए को आखिरकार पकड़ लिया है। इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग ने इन दोनों गांव में अलग-अलग जगहों पर पिंजरा लगा कर रखा था। जिसमें ये देर रात फंस गए हैं। पता चला है कि दोनों एक बार फिर से गांव में शिकार के लिए पहुंचे थे। गांव को लोगों को इसकी सूचना रविवार की सुबह इनकी दहाड़ सुनकर लगी। तब इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। अब वन विभाग की टीम इन्हें रायपुर के नंदनवन ले जाने की तैयारी कर रही है।
इन दोनों तेंदुओं ने गांव में पिछले दिनों काफी आतंक मचा रखा। जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान थे। डर के साए में ग्रामीण जिंदगी जी रहे थे। इधर, सरकारी आंकड़ों की माने तो इस इलाके में 3 तेंदुए के होने की पुष्टि हो चुकी है।लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में कुल 4 तेंदुए हैं।
कुछ दिन पहले तेंदुआ कांकेर जिले के पलेवा गांव में घर के अंदर घुस कर एक बुजुर्ग ग्रामीणों को उठाकर ले गया था। जिसके बाद जंगल में ग्रामीण की लाश मिली थी। वहीं पलेवा के पड़ोसी गांव भैंसाकट्टा में सोमवार की आधी रात घर के बाहर शौच करने के लिए एक 35 साल की महिला निकली थी। जिसे झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। दूसरे दिन गांव से 5 किमी दूर महिला के शरीर के कमर के नीचे के अंगों के टुकड़े मिले थे। इन दोनों घटनाओं के बाद इलाके के लोग डर के साए में जी रहे हैं।