दुनिया की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग ‘चैंपियंस लीग’ का 30वां सीजन शुरू हो गया। यूरोपियन यूनियन ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) द्वारा आयोजित लीग का नाम यूरोपियन चैंपियंस कप था। 1992 में नाम बदलकर यूएफा चैंपियंस लीग कर दिया गया। इसमें 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इन टीमों को 8 ग्रुप में बांटा गया है। शुरुआत में ग्रुप राउंड के बाद नॉकआउट मुकाबले होंगे। लीग 256 दिन चलेगी, जिसमें 125 मैच होंगे। अगले साल 28 मई को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।
इस बार चैंपियंस लीग को देखने के कई कारण हैं। सात साल बाद एसी मिलान ने वापसी की है जबकि प्रतियोगिता में मोल्दोवा का क्लब शेरिफ तिरासपोल पहली बार उतर रहा है। अविश्वसनीय रूप से क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी नए क्लब से उतरेंगे। दोनों अपने गोल रिकॉर्ड को बढ़ाने के लिए उतरेंगे। वहीं, चेल्सी 1980 के बाद खिताब बचाने वाला पहला इंग्लिश क्लब बनना चाहेगा। तब नॉटिंघम फॉरेस्ट ने ऐसा किया था।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो की ही मौजूदगी में इंग्लिश क्लब मैन. यूनाइटेड ने आखिरी बार 2008 में लीग टाइटल जीता थाऑन फील्ड और ऑफ फील्ड दोनों में सुधार के लिए यूनाइटेड ने रोनाल्डो को खरीदा है। तीन बार के चैंपियन यूनाइटेड का हालिया प्रदर्शन खास नहीं रहा है। टीम 2019-20 में क्वालिफाई भी नहीं कर सकी थी। 9 सीजन में टीम क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी। टीम ने आखिरी बार लीग 2008 में रोनाल्डो की मौजूदगी में ही जीती थी। पिछले 4 सीजन में यूनाइटेड की कमाई में खास इजाफा नहीं हुआ था। वहीं, 2018 में रोनाल्डो के युवेंटस से जुड़ते ही क्लब की कमाई में बढ़ाेत्तरी हुई। यूनाइटेड ‘सीअार7’ ब्रांड नेम का भी फायदा उठाना चाहेगा।
अर्जेंटीना के सुपरस्टार मेसी को फैंस चैंपियंस लीग में पहली बार बार्सिलोना की जर्सी में नहीं देखेंगे। मेसी ने फ्रेंच क्लब पीएसजी से करार किया है। फ्रेंच फुटबॉल की ऑडिट बॉडी के इकोनॉमिस्ट क्रिस्टोफे लेपेटिट के अनुसार, मेसी जैसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के क्लब से जुड़ने के बाद फ्रेंच लीग-1 को फायदा होगा। लीग की प्रोफाइल बढ़ेगी। इससे ग्लोबल ऑडियंस जुड़ेगी, जिससे रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी। तीन साल पहले नेमार जब पीएसजी से जुड़े थे, तो लीग के इंटरनेशनल ब्रॉडकास्टिंग राइट्स 218 करोड़ रु. से बढ़कर 700 करोड़ तक पहुंच गए थे।