देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को सितंबर तिमाही में 7,627 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। एक साल पहले समान तिमाही की तुलना में यह 66.73% ज्यादा है। पिछले साल सितंबर में बैंक को 4,574 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था।रिजल्ट के बाद बैंक का शेयर 3% बढ़कर 532 रुपए पर पहुंच गया है। बैंक का शेयर लगातार बढ़ रहा है। इसका मार्केट कैप 4.77 लाख करोड़ रुपए हो गया है। बैंक ने बताया कि फायदे पर इतना असर इसलिए दिखा क्योंकि उसने फैमिली पेंशन नियमों के बदलाव से अकाउंट में बदलाव किया।
SBI ने बताया कि उसकी कुल इनकम 3.99% बढ़कर 69,481 करोड़ रुपए रही। शुद्ध ब्याज आय 10.65% बढ़कर 31,184 करोड़ रुपए रही जो एक साल पहले 28,181 करोड़ रुपए थी। सितंबर तिमाही तक कुल 25.30 लाख करोड़ रुपए की उधारी दी। सालाना आधार पर इसमें 6.17% की बढ़त रही। सितंबर 2020 तक कुल उधारी 23.83 लाख करोड़ रुपए थी।
हालांकि तिमाही आधार यानी जून की तुलना में इसमें मामूली बढ़त हुई है। रिटेल और पर्सनल लोन में बैंक ने कुल उधारी में से 9.04 लाख करोड़ रुपए जबकि कॉर्पोरेट को 7.56 लाख करोड़ रुपए की उधारी दी है। बैंक ने बताया कि रिटेल और पर्सनल लोन में एक साल पहले की तुलना में 15.17% की बढ़त रही जबकि कॉर्पोरेट की उधारी में 4% के करीबन गिरावट आई।रिटेल में होम लोन के रूप में बैंक ने 5.18 लाख करोड़ रुपए की उधारी दी है। एक साल पहले की तुलना में यह 10.74% ज्यादा है। सितंबर 2020 तक बैंक ने 4.68 लाख करोड़ रुपए होम लोन के लिए दिया था। बैंक की कुल उधारी में होम लोन का हिस्सा 24% के करीब है।
बैंक की कुल जमा रकम 38.9 लाख करोड़ रुपए रही। एक साल पहले की तुलना में इसमें 9.77% की बढ़त आई है। एक साल पहले बैंक की कुल डिपॉजिट 34.70 लाख करोड़ रुपए थी। चालू एवं बचत खाता (कासा) के तहत बैंक की कुल जमा 17.06 लाख करोड़ रुपए रही। चालू खाता की डिपॉजिट 19.20% बढ़ी जबकि बचत खाते की डिपॉजिट 10.55% सालाना आधार पर बढ़ी।
बैंक का बुरा फंसा कर्ज यानी NPA सालाना आधार पर 1.53% घटा है। इसका कुल ग्रॉस NPA 1.23 लाख करोड़ रुपए रहा जबकि शुद्ध NPA 37,118 करोड़ रुपए का रहा। पर्सेंट में ग्रॉस NPA 4.90% जबकि शुद्ध NPA 1.52% रहा।