महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर कहा है कि वे राज्यपाल के बयान से सहमत नहीं हैं। मराठी लोगों ने महाराष्ट्र के विकास में योगदान दिया है। इस यात्रा में कई अन्य लोग भी शामिल हैं लेकिन मराठी लोगों का महत्व कम नहीं हो सकता।महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की मुंबई को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद तब शुरू हुआ जब उन्होंने एक कार्यक्रम में मुंबई के आर्थिक राजधानी होने का क्रेडिट यहां रहने वाले राजस्थानियों और गुजरातियों को दिया। कोश्यारी ने कहा था, ‘कभी-कभी मैं यहां के लोगों से कहता हूं कि महाराष्ट्र से, विशेषकर मुंबई और ठाणे से गुजरातियों और राजस्थानियों को निकाल दो तो तुम्हारे यहां कोई पैसा बचेगा ही नहीं।
राज्यपाल का यह बयान महाराष्ट्र की सत्ता में पक्ष और विपक्ष दोनों को ही नागवार गुजरा। संजय राउत ने कोश्यारी के बयान पर शिंदे गुट को घेरते हुए कहा कि कोश्यारी ने मराठियों को भिखारी बता दिया है, ऐसे में CM शिंदे को एक्शन लेना चाहिए। वहीं, शिंदे गुट ने भी कोश्यारी के इस बयान को राज्य का अपमान बताया है।विवाद बढ़ता देखकर राज्यपाल कोश्यारी ने शनिवार को अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मुंबई महाराष्ट्र की शान है। यह देश की आर्थिक राजधानी भी है। राजस्थानी समाज के कार्यक्रम में मैंने जो बयान दिया, उसमें मेरा मराठी मानुष को कम करके आंकने का कोई इरादा नहीं था। मैंने केवल गुजराती और राजस्थानी मंडलों की ओर से व्यापार में किए गए योगदान पर बात की।