सरकार ने गुरुवार देश में बने मिलिट्री हार्डवेयर या डिफेंस इक्युपमेंट्स से संबंधित बड़ा फैसला किया। इसके मुताबिक, सेना के लिए 70,584 करोड़ के उपकरण खरीदे जाएंगे। यह फैसला डिफेंस अक्वजिशन काउंसिल यानी DAC ने किया है। इसके चेयरमैन डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह हैं।
DAC की बैठक में भारतीय नौसेना के लिए 60 मेड इन इंडिया UH मरीन हेलिकॉप्टर, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, भारतीय सेना के लिए 307 ATAGS हॉवित्जर तोप, 9 ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर की खरीदी को मंजूरी दी गई है। यह फैसला इस लिहाज से भी अहम है कि तीन साल से पूर्वी लद्दाख में मौजूद लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन के साथ तनाव जारी है।फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए अब कुल 2,71,538 करोड़ रुपए मंजूर किए जा चुके हैं। इसका 98.9% हिस्सा भारत में बने सामान खरीदने पर ही खर्च होगा। DAC ने एक खास प्रपोजल एक्सेपटेंस ऑफ नेसेसिटी (AoN) को मंजूरी दी। यह पैसा इसी के तहत जारी होगा। यह एक स्पेशल प्रोग्राम है। इसका मकसद भारतीय या स्वदेश में बने उपकरण और हथियार शामिल होते हैं।