उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि सरकार का उद्देश्य केवल स्वास्थ्य अधोसंरचना का निर्माण नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि ये अधोसंरचनाएं जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक बने। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों के साथ-साथ एचआर और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था भी करें ताकि इन सुविधाओं का लाभ आम जनता को शीघ्र प्राप्त हो सके। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मंत्रालय में राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य अधोसंरचनात्मक विकास परियोजनाओं और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्यों की व्यापक समीक्षा की। उन्होंने सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर और उच्चतम गुणवत्ता मानकों के साथ पूरा करने के निर्देश दिये, ताकि लागत में अनावश्यक वृद्धि पर रोक लगाई जा सके और आमजन को शीघ्रातिशीघ्र इन सुविधाओं का लाभ मिल सके।
मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य प्राथमिकता से करें पूर्ण
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और “स्वास्थ्य के अधिकार” के लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढांचा तैयार करने के साथ ही मानव संसाधन और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने निर्माणाधीन 8 नए मेडिकल कॉलेजों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इनका कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि छात्रों के लिए सीटें बढ़ाई जा सकें और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि समय पर निर्माण कार्यों के पूर्ण होने से अधिक से अधिक मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी, जो राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इन मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से प्रदेश के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
राजगढ़ और मऊगंज जिला अस्पताल का नवीन भवनों में शीघ्र संचालन शुरू करें
राजगढ़ और मऊगंज जिला अस्पतालों के नए भवनों में जल्द से जल्द संचालन शुरू करने के लिए उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिला अस्पतालों की उन्नत सुविधाएं जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन अस्पतालों का शीघ्र संचालन होने से स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ेगी और स्थानीय निवासियों को गुणवत्तापूर्ण इलाज के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।