मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि किसानों की बेहतरी एवं खुशहाली के लिये राज्य सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं। सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, बिजली के बिल से बचाने के लिये कृषि सोलर पंप पर बड़ा अनुदान, कृषि आधारित उद्योगों को विशेष बढ़ावा और पशुपालन व डेयरी के लिये अनुदान सहित किसानों को केन्द्र व राज्य सरकार तमाम सुविधाएँ मुहैया करा रहीं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को ग्वालियर में बलराम जयंती पर आयोजित हुए किसान सम्मान समारोह को भोपाल शासकीय विमानतल से वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर सभी को कृषि के देवता हलधर भगवान बलराम जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। साथ ही आयोजन करने के लिये नंदलाल बाल कल्याण समिति को साधुवाद दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पिछले सवा साल के भीतर प्रदेश में 7 लाख हैक्टेयर से अधिक सिंचाई रकबा बढ़ा है, जबकि वर्ष 2003 में प्रदेश में मात्र लगभग साढ़े 7 लाख हैक्टेयर में सिंचाई होती थी। इस प्रकार आजादी के बाद प्रदेश में जितना सिंचाई का रकबा था, उतनी सिंचाई सुविधा पिछले सवा साल में सरकार ने उपलब्ध करा दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2003 के बाद कुल मिलाकर 44 लाख हैक्टेयर सिंचाई का रकबा बढ़ाया गया है। इसमें लगातार बढ़ोत्तरी जारी है। इसी क्रम में केन-बेतवा और पार्वती–काली सिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना से बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के बहुत बड़े हिस्से में सिंचाई सुविधाओं का क्रांतिकारी विस्तार हो रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेती में कम लागत आए, इसके लिये सरकार किसानों को तमाम सुविधाएँ मुहैया करा रही है। सरकार द्वारा किसानों को बिजली के बड़े बिल से बचाने के लिये 10 व 5 हॉर्स पॉवर के सोलर पंप पर 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा किसानों को खेती के लिये सरकार बिना ब्याज के कृषि ऋण उपलब्ध करा रही है। साथ ही इस साल सरकार ने देश में सबसे अधिक समर्थन मूल्य 2600 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूँ की खरीदी की है। आने वाले साल में इसमें और बढ़ोत्तरी की जायेगी।