भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की दो दिन तक चलने वाली सालाना मीटिंग बुधवार को शुरू हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इस मीटिंग को संबोधित किया। PM ने कहा कि हमने इतिहास की गलती को सुधारते हुए रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स खत्म किया है। इससे उद्योगों और सरकार के बीच भरोसा बढ़ेगा। इस मीटिंग में सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट इंटरनेशनल गेस्ट के तौर पर मीटिंग में मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत आज नई दुनिया के साथ चलने को तैयार है। जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है। इंडस्ट्री ने देश की जरूरतों को पूरा करने में भरपूर सहयोग दिया है। अब भारत की इकोनॉमी फिर से गति पकड़ रही है। सरकार उद्योग जगत के साथ है, नए अवसर को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य पूरा करें। आत्मनिर्भर भारत की सफलता की जिम्मेदारी उद्योगों पर है।
रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स दरअसल वो टैक्स होता है जो कंपनियों से उनकी पुरानी डील पर भी वसूला जाता है। आसान भाषा में समझें तो अगर सरकार 2021 में किसी डील या सर्विस पर नया टैक्स लगाने का कानून बनाती है, तो रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स के तहत कंपनियों से उसकी वसूली पिछली किसी तारीख से भी की जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे खत्म करने की बात कही है। यानी नया टैक्स लगाने की तारीख से ही वह लागू होगा, किसी पिछली तारीख से नहीं।
इस बार CII की मीटिंग की थीम ‘भारत के 75 साल: आत्मनिर्भर भारत के लिए सरकार और व्यवसायी मिलकर करें काम’ है। मीटिंग में PM ने कहा कि महामारी के बीच आज की बैठक बेहद हुत अहम है। इंडस्ट्री ने देश की जरूरतों को हर संभव सहयोग दिया है। CII की ये बैठक इस बार 75वें स्वतंत्रता दिवस के माहौल में, आजादी के अमृत महोत्सव के बीच हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह समय भारतीय उद्योग जगत के नए संकल्पों और लक्ष्यों के लिए बहुत बड़ा अवसर है। आज देश की स्थिति तेजी से बदल रही है। देश का फॉरेक्स रिजर्व हाई पर पहुंच गया है, आज हर भारतीय देश में बने प्रोडक्ट को अपनाना चाहता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान आगे बढ़ने में बहुत मदद करेगा।’
भारत में बने प्रोडक्ट्स के महत्व की बात करते हुए PM मोदी ने कहा कि आज स्थिति तेजी से बदल रही है। आज लोगों की भावना देश में बने प्रोडक्ट्स के साथ हैं। कंपनी भारतीय हो ये जरूरी नहीं, लेकिन आज हर भारतीय, देश में बने प्रोडक्ट्स अपनाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब हमें लगता था कि विदेशी ही बेहतर है। इस सोच का परिणाम क्या हुआ, ये आप जैसे इंडस्ट्री के दिग्गज अच्छे से समझते हैं। हमारे अपने ब्रांड जो हमने सालों की मेहनत के बाद खड़े किए थे, उनको विदेशी नामों से ही प्रचारित किया जाता था।
युवाओं की हिम्मत की सराहना करते हुए PM मोदी ने कहा कि आज भारत के युवा जब मैदान में उतरते हैं, तो उनमें हिचक नहीं होती। वो मेहनत करना चाहते हैं, रिस्क लेना चाहते हैं और नतीजे लाना चाहते हैं। ये भाव आज हम अपने युवाओं में देख रहे हैं। इसी तरह का आत्मविश्वास आज भारत के स्टार्टअप में है।
GST लागू करने के फैसले पर PM मोदी ने कहा कि आज देश में वो सरकार है जो राष्ट्रहित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है। GST तो इतने सालों तक अटका ही इसलिए, क्योंकि पहले की सरकारें पॉलिटिकल रिस्क लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाईं। हमने न सिर्फ GST लागू किया, बल्कि आज हम रिकॉर्ड GST कलेक्शन होते देख रहे हैं। मेक इन इंडिया के साथ-साथ एक्सपोर्ट और रोजगार को गति देने के लिए सरकार ने PLI स्कीम भी शुरू की है।