दुनिया में गुरुवार को कोरोनावायरस के 7.12 लाख मामले सामने आए। 8 दिनों में चौथी बार नए केस का आंकड़ा 7 लाख के पार गया है। गुरुवार को 5.60 लाख लोगों ने इस बीमारी को मात दी जबकि 10,371 संक्रमितों की इसके चलते मौत हुई। लगातार तीसरे दिन मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार से ऊपर रहा है।
जापान में ओलिंपिक के दौरान कोरोना के मामले में तेज इजाफा हुआ, जिसका असर बरकरार है। गुरुवार को जापान में 15,792 नए मामले दर्ज किए गए। यहां पूरी महामारी के दौरान कभी 10 हजार से ज्यादा केस नहीं आए थे, लेकिन 30 जुलाई से लेकर 12 अगस्त तक यहां सिर्फ दो दिन 10 हजार से कम मामले दर्ज किए गए।
गुरुवार को टोक्यो में इमरजेंसी लगे एक महीना हो गया। इस दौरान केस दर्ज होने का सात दिन का औसत पांच गुना बढ़ गया है। टोक्यो मेट्रोपॉलिटन सरकार के सलाहकार और डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटरर के डायरेक्टर डॉ. नोरियो ओहमागिरी ने बताया कि इंफेक्शन का स्तर कंट्रोल से बाहर हो गया है। पब्लिक हेल्थ केयर सिस्टम का काम ठप होने की कगार पर है।
वहीं, जापान की सरकार के एक्सपर्ट पैनल के प्रमुख डॉ. शिगेरु ओमी का कहना है कि टोक्यो में आने वाले लोगों की संख्या आधी कर देनी चाहिए। उन्होंने इस महामारी को प्राकृतिक आपदा के जैसा भयानक बताया।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चीन ने पूर्वी तट पर बने निंगबो-झोउशान पोर्ट को बंद कर दिया है। बुधवार को यहां पर एक वर्कर कोरोना संक्रमित पाया गया, जिसके बाद इसका कामकाज रोक दिया गया। यह दुनिया का तीसरा सबसे व्यस्त कार्गो पोर्ट है। 2020 में इस पोर्ट पर 1.2 अरब टन सामान हैंडल किया गया था।
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का मानना है कि कम्युनिटी में संक्रमण का लेवल बढ़ने की वजह से गर्मियों के बाद संक्रमण के मामलों में इजाफा हो सकता है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने लोगों को चेतावनी देनी शुरू कर दी है कि वे लापरवाही न बरतें।
वैज्ञानिकों की इस चिंता के पीछे वजह है डेल्टा वैरिएंट, जो पूरे ब्रिटेन में संक्रमण फैला चुका है। वैक्सीन भी इस वैरिएंट के खिलाफ ज्यादा असरदार नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में बुधवार को एक साल बाद कोरोना का एक मरीज मिला। इसके बाद गुरुवार से यहां 7 दिन का सख्त लॉकडाउन लागू हो गया है। ऑस्ट्रेलियन कैपिटल टेरिटरी के चीफ मिनिस्टर एंड्रूय ब्रार ने बताया कि मरीज को कड़ी निगरानी में रखा गया है। उसके संपर्क में आने वाले 20 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है। कुछ लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है।
जर्मनी के सबसे बड़े शहर बवेरिया के मिनिस्टर-प्रेसिडेंट मार्कस सोडियर ने बताया कि हालातों को देखते हुए माना जा सकता है कि तीसरी लहर आ रही है और यह निश्चित रूप से पतझड़ में आ रही है। बुधवार को जर्मनी में करीब 5,000 कोरोना केस दर्ज किए गए।
सोडियर ने कहा कि वैक्सीन लगवाना या न लगवाना लोगों की मर्जी है, लेकिन जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें कुछ जिम्मेदारी लेनी होगी। टैक्सपेयर्स हमेशा उनके टेस्ट के पैसे नहीं भरते रहेंगे।
अब दुनिया में कोरोना के कुल मामले 20.61 करोड़ हो गए हैं। 18.50 करोड़ लोगों ने इस बीमारी को मात दी है, जबकि कुल 43.47 लाख संक्रमितों ने जान गंवाई है। फिलहाल 1.67 करोड़ लोगों का इलाज चल रहा है, जिसमें से 1.02 लाख गंभीर हैं।