भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बात करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान सरकार ने सेना को पूरी छूट दी थी। उन्होंने इसे शतरंज के खेल जैसा बताया, जहाँ दुश्मन की अगली चाल का अंदाज़ा लगाना मुश्किल था। जनरल द्विवेदी ने कहा, “हम शतरंज की चालें चल रहे थे और वे भी शतरंज खेल रहे थे। कहीं हम उन्हें मात दे रहे थे तो कहीं हम अपनी जान का जोखिम उठाते हुए पीछे भी हट रहे थे, लेकिन यही ज़िंदगी है।”
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक सुनियोजित और खुफिया-आधारित ऑपरेशन बताया। उन्होंने कहा कि यह पारंपरिक युद्ध नहीं था, बल्कि एक ‘ग्रे जोन’ ऑपरेशन था। जनरल द्विवेदी ने बताया कि 25 अप्रैल को उत्तरी कमान के दौरे पर इस ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी, जिसमें 9 में से 7 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था और कई आतंकी मारे गए थे। उन्होंने 29 अप्रैल को पीएम मोदी से मुलाकात का भी जिक्र किया और कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम ने पूरे देश को एकजुट कर दिया था। यह बात उन्होंने 4 अगस्त को IIT मद्रास में ‘अग्निशोध’ के उद्घाटन के दौरान कही।