भारत से गिफ्ट में मिले Mi-24 हेलिकॉप्टर पर तालिबान का कब्जा, अफगान वायु सेना छोड़कर भागी

भारत से गिफ्ट में मिले Mi-24 हेलिकॉप्टर पर तालिबान का कब्जा, अफगान वायु सेना छोड़कर भागी

अफगानिस्तान में तालिबान ने अफगान वायु सेना के एमआई-24 अटैक हेलिकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया है। इस हेलिकॉप्टर को भारत ने दोस्ती की मिसाल के तौर पर अफगानिस्तान को सौंपा था। इस हेलिकॉप्टर के पास तालिबान लड़ाकों के मौजूदगी का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि तालिबान के कब्जे में आया यह हेलिकॉप्टर बेहद खराब स्थिति में है। अफगान वायु सेना ने हेलिकॉप्टर को छोड़ते समय इससे इंजन और बाकी उपकरणों को निकाल लिया था। ऐसे में यह हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकता है।

भारत ने अफगानिस्तान को पहली बार साल 2015-16 में चार एमआई-24 अटैक हेलिकॉप्टर गिफ्ट किया था। जिसके बाद मई 2019 में भारत ने फिर से दो एमआई-24 हेलिकॉप्टर सौंपे। इन हेलिकॉप्टरों की सौंपने को लेकर आयोजित किए गए समारोह में तत्कालीन भारतीय राजदूत विनय कुमार और अफगानिस्तान के उस समय के रक्षा मंत्री असदुल्ला खालिद भी शामिल हुए थे। एमआई-24वी हेलिकॉप्टर रूस में निर्मित है, जिसके एक्सपोर्ट वैरियंट को एमआई-35 के नाम से जाना जाता है।

रूस में बने इस एमआई-24 हेलिकॉप्टर को पहले भारतीय वायु सेना इस्तेमाल करती थी। लेकिन बाद में जरूरतों के आधार पर भारत ने नए अटैक हेलिकॉप्टर खरीदे और एमआई-24 को ओवरहॉल करके अफगानिस्तान को सौंप दिया। भारत ने तब इस हेलिकॉप्टर को उड़ाने वाले पायलटों और मेंटीनेंस स्टाफ को ट्रेनिंग भी मुहैया करवाई थी। अफगानिस्तान को सौंपे गए ये हेलिकॉप्टर पहले अमेरिकी वायु सेना के साथ मिलकर काम करते थे।

एमआई-24 हेलिकॉप्टर सोवियत संघ के जमाने में बना था। रूसी वायु सेना में यह हेलिकॉप्टर पहली बार 1972 में कमीशन हुआ था। इस समय रूस के अलावा 58 और देश इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं। इसका उपयोग पहले भारत भी करता था, लेकिन अब अमेरिका से अपाचे के आने के बाद इसे सर्विस से हटा दिया गया है। रूस ने अभी तक इसके 2648 यूनिट को बनाया है।

रूस के इस अटैक हेलिकॉप्टर में आठ लोगों के बैठने की व्यवस्था भी है। यह हेलिकॉप्टर कई देशों में हुए युद्ध के दौरान भी हिस्सा ले चुका है। एमआई-24 हेलिकॉप्टर 21.6 मीटर लंबा और इसके पंखों की चौड़ाई और ऊंचाई 6.5 मीटर है। यह 2400 किलोग्राम के पेलोड को लेकर उड़ान भर सकता है। इसमें 23 एमएम की डबल बैरल GSh-23V कैनन लगी हुई है। जो एक मिनट में 3,400 से 3,600 राउंड फायरिंग कर सकती है। इसके अलावा हेलिकॉप्टर में एंटी टैंक मिसाइल, रॉकेट, गन और एक्स्ट्रा फ्यूल टैंक को लगाया जा सकता है।

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