5 दिन में 5 बड़े शहरों पर आतंकी संगठन का कब्जा; राष्ट्रपति गनी ने सेना प्रमुख को हटाया

5 दिन में 5 बड़े शहरों पर आतंकी संगठन का कब्जा; राष्ट्रपति गनी ने सेना प्रमुख को हटाया

अफगानिस्तान में धीरे-धीरे तालिबान अपनी जड़ें मजबूत करता जा रहा है। बुधवार को तालिबानी आतंकियों ने कुंदुज प्रोविंस के आर्मी हेडक्वार्टर पर कब्जा कर लिया। इस बीच अमेरिकी एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट सामने आई है। इसमें बताया गया है कि तालिबान 3 महीने के अंदर काबुल पर कब्जा कर सकता है।

अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि तालिबान अमेरिका की उम्मीद से ज्यादा तेजी से अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा कर रहा है। 10 अगस्त को तालिबान ने उत्तर पूर्वी बदख्शन प्रोविंस की राजधानी फैजाबाद पर कब्जा किया था।

5 दिन के भीतर 5 राजधानियों पर कब्जा
तालिबान 5 दिन के भीतर पांच प्रोविंस की राजधानी कब्जा चुका है। उत्तर में कुंदुज, सर-ए-पोल और तालोकान पर अब आतंकियों का कब्जा है। इन शहरों का नाम इनके प्रोविंस के नाम पर ही है। तालिबान ने दक्षिण में ईरान की सीमा से लगे निमरोज प्रोविंस की राजधानी जरांज पर भी कब्जा कर लिया है। उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान सीमा से लगे नोवज्जान प्रोविंस की राजधानी शबरघान से भी तालिबान अफगान सेना को खदेड़ चुका है।

US इंटेलीजेंस एजेंसियों ने आशंका जाहिर की है कि तालिबान 30 दिन के भीतर काबुल शहर का संपर्क सबसे काट सकता है और 90 दिन के भीतर वह इस शहर का कंट्रोल अपने हाथ में ले सकता है। हालांकि, अमेरिका ने यह भी कहा है कि अफगान फोर्सेस और ज्यादा ताकत लगाकर अफगानियों की रफ्तार को थाम सकती हैं। लेकिन, रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि तालिबान लगातार अपने पैर पसार रहा है और ऐसे में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मौजूदा आर्मी चीफ को हटा दिया है।

इस बीच अमेरिका के विशेष राजदूत जलमाय खलीलजाद कोशिश कर रहे हैं कि तालिबान सीजफायर कर ले। कतर, ब्रिटेन, चीन, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपियन यूनियन भी तालिबान से हालात को लेकर चर्चा करने की कोशिश कर रहे हैं।

अफगानिस्तान के एक्टिंग वित्त मंत्री खालिद पायनदा ने पद से इस्तीफा दे दिया है और अफगानिस्तान छोड़ दिया है। दरअसल, तालिबान ने अफगानिस्तान की मुख्य कस्टम पोस्ट पर कब्जा कर लिया है। इससे अफगान प्रशासन का रेवेन्यू घटता जा रहा है। उधर, आतंकियों को फायदा हो रहा है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के प्रवक्ता मोहम्मद रफी ताबे ने बताया कि खालिद की पत्नी की भी तबीयत खराब और सुरक्षा भी लगातार घटती जा रही है। ऐसे में उन्होंने देश छोड़ दिया है।

भारत अब तक अफगानिस्तान के 2 दूतावासों से अपने डिप्लोमेट्स बुला चुका है। मजार-ए-शरीफ के दूतावास से 10 अगस्त को और कंधार दूतावास से 11 जुलाई को डिप्लोमेट्स बुलाए गए थे। मंगलवार शाम को मजार-ए-शरीफ से एक स्पेशल फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। इसमें 50 भारतीय लौटे थे। 11 जुलाई को कंधार से आई फ्लाइट में भी 50 लोगों को भारत लाया गया था। इस समय अफगानिस्तान में भारत के 1500 लोग काम कर रहे हैं।

अफगानिस्तान की सेना ने मंगलवार को 439 आतंकियों को मार गिराया। 77 आतंकी इस मुठभेड़ में घायल हो गए। अफगान सेना ने पिछले 24 घंटे के अंदर नांगरहार, लघ्मन, लोगार, पक्तिया, उरुजगानो, जाबुल, घोर, फराह, बल्ख, हेलमंड और बघ्लन प्रोविंस में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए।

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