टीम इंडिया 35 साल बाद इंग्लैंड में एक सीरीज में दो टेस्ट जीती, सीरीज में भारत 2-1 से आगे

टीम इंडिया 35 साल बाद इंग्लैंड में एक सीरीज में दो टेस्ट जीती, सीरीज में भारत 2-1 से आगे

भारत और इंग्लैंड के बीच केनिंग्टन ओवल में खेला गया चौथा टेस्ट टीम इंडिया ने 157 रन से जीत लिया है। मैच में इंग्लैंड के सामने 368 रनों का टारगेट था, लेकिन 210 रन पर पूरी टीम ढेर हो गई और भारत ने मुकाबला जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई। 50 साल बाद भारतीय टीम ओवल के मैदान पर कोई टेस्ट मैच जीतने में सफल रही

मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। टीम की यादगार जीत में उमेश यादव ने 3, जबकि जसप्रीत बुमराह, शार्दूल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट चटकाए।

इंग्लैंड के मध्यक्रम ने किया निराश
एक समय इंग्लैंड मजबूत स्थिति में नजर आ रहा था। ऐसा लग भी रहा था कि शायद टीम मैच ड्रॉ कराने में सफल रहेगी लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला। मध्यक्रम में टीम का एक भी खिलाड़ी विकेट पर खड़े रहने का साहस नहीं दिखा सका। इंग्लैंड ने 52 रनों के भीतर एक के बाद एक अपने 6 विकेट गंवाए। यहां से भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को वापसी का मौका नहीं दिया और शानदार जीत दर्ज की।

जसप्रीत बुमराह भारत के लिए सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं। बुमराह ने सिर्फ 24 मैचों में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया। उनसे पहले भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड बतौर तेज गेंदबाज कपिल देव (25) के नाम पर दर्ज था। कपिल के बाद इरफान पठान (28), मोहम्मद शमी (29) और जवागल श्रीनाथ (30) के नाम आते हैं।

बुमराह ने ओली पोप (2) को आउट कर यह रिकॉर्ड बनाया। पोप के विकेट के बाद उन्होंने अपने अगले ही ओवर में जॉनी बेयरस्टो (0) को क्लीन बोल्ड कर भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। जडेजा ने मोइन अली को शून्य पर पवेलियन भेज इंग्लैंड की कमर तोड़कर दी। इसके बाद जो रूट ने पारी को संभालने का काम किया, लेकिन शार्दूल ठाकुर ने उनको आउट कर भारत की जीत लगभग पक्की कर दी। रूट 36 पर आउट होकर पवेलियन लौटे।

पांचवें दिन भारत को पहली सफलता शार्दूल ठाकुर ने रोरी बर्न्स (50) को आउट कर दिलाई। पहले विकेट के लिए रोरी बर्न्स और हासीब हमीद ने 100 रन जोड़े। इसके कुछ समय बाद सब्स्टिट्यूट फील्डर मयंक अग्रवाल ने शानदार फील्डिंग करते हुए डेविड मलान को रन आउट कर भारत को दूसरी कामयाबी दिलाई।

112 के स्कोर पर मोहम्मद सिराज ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर मिड-ऑन पर फील्डिंग करते हुए हासीब हमीद का आसान सा कैच छोड़ दिया। उस समय हमीद 55 पर बल्लेबाजी कर रहे थे। हालांकि, लंच के बाद जडेजा ने हमीद (63) को क्लीन बोल्ड कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई।

ओवल में 1902 में हुआ था सफल चेज
ओवल के मैदान पर आखिरी बार सफल चेज साल 1902 में देखने को मिला था। उस समय ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 263 रनों का टारगेट रखा था, जिसे इंग्लैंड ने 9 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था। उसके बाद 1963 में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के सामने 253 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे मेजबान ने सिर्फ 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था। इस बार इंग्लैंड के समर्थकों को टीम से एक और बड़े करिश्मे की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *