पिछले हफ्ते हुई बेमौसम बारिश से प्रदेश में बिजली की खपत घट गई थी। अब फिर से पारा चढ़ने लगा है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही कोरबा सहित प्रदेश के सभी जिलों में बिजली की मांग बढ़ गई है। मंगलवार की शाम तक प्रदेश में बिजली की मांग 4500 मेगावॉट के आसपास रही।पिछले हफ्ते हुई बेमौसम बारिश से प्रदेश में बिजली की खपत घट गई थी। अब फिर से पारा चढ़ने लगा है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही कोरबा सहित प्रदेश के सभी जिलों में बिजली की मांग बढ़ गई है। मंगलवार की शाम तक प्रदेश में बिजली की मांग 4500 मेगावॉट के आसपास रही। ज्यादातर जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री के आसपास बना हुआ है।इससे प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है। हालांकि इसकी पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार को कोई परेशान नहीं हो रही है। प्रदेश सरकार के पास लगभग 5000 मेगावॉट बिजली उपलब्ध है। मांग उपलब्ध बिजली से अधिक होती है, तो प्रदेश सरकार के समक्ष परेशानी आ सकती है। प्रदेश में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए डीएसपीएम की 1 यूनिट को छोड़कर सभी यूनिट चलाई जा रही हैं। जांजगीर चांपा जिले में स्थित मड़वा संयंत्र से 900 से 925 मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। पश्चिम संयंत्र से 1000 यूनिट से अधिक बिजली दी वितरण कंपनी को दी जा रही है। आपूर्ति को बनाए रखने के लिए बांगो स्थित जल विद्युत संयंत्र से भी बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
