प्रधानमंत्री मोदी का दो देशों रूस और ऑस्ट्रिया का दौरा पूरा हो गया है। 2 दिवसीय दौरे पर बुधवार को पीएम ऑस्ट्रिया में थे। जहां उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। जब वे स्पीच दे रहे थे तब वहां मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
पीएम ने कहा कि ऑस्ट्रिया का यह मेरा पहला दौरा है। 41 सालों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री यहां आया है। ये इंतजार काफी लंबा हो गया। यह इंतजार एक ऐतिहासिक अवसर पर खत्म हुआ है। भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 साल सेलिब्रेट कर रहा है।
भारतीय समुदाय को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी भारतीय समयानुसार रात 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
लोकसभा चुनाव पर: भारत में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव संपन्न हुआ है। 65 करोड़ लोगों ने वोट डाला। इसका मतलब 65 ऑस्ट्रिया हुए। कोरोना के दौर बीतने के बाद तीसरी बार चुनाव जीतने को जनता का भरोसा बताया।
तीसरे कार्यकाल पर: पहली बार भारत में 60 साल के बाद एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर मिला। NDA को मिला मेंडेट इस बात का प्रमाण है कि भारत स्टेबिलिटी चाहता है, कन्टीन्यूटी चाहता है।
प्रवासी भारतीयों पर: विदेशों से संबंध जोड़ने में प्रवासी भारतीयों का अहम रोल है। इसका फायदा दोनों देशों को हुआ। रवींद्रनाथ टैगोर, सुभाष जैसे महान लोगों ने ऑस्ट्रिया से बहुत प्यार पाया है।
युद्ध के हालात पर: हमने युद्ध नहीं दिये , हम सीना तान करके दुनिया को कह सकते हैं हिंदुस्तान ने युद्ध नहीं, बुद्ध दिया है। जब मैं बुद्ध की बात करता हूं तो इसका मतलब है भारत ने हमेशा शांति और समृद्धि ही दी है।