मां नर्मदा के आशीर्वाद से अब हाटपिपल्या क्षेत्र के नागरिकों को पेयजल उपलब्ध होगा, वहीं किसानों को भी सिंचाई की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को हाटपिपल्या में विभिन्न विकास कार्यों के भूमि-पूजन एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित किया। उन्होंने लगभग 60 करोड़ रुपए की लागत के 20 विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लगभग 130 करोड़ रुपए की लागत के 65 विकास कार्यों का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में इंदौर, देवास, उज्जैन, शाजापुर जिले का मक्सी, धार का धार एवं बदनावर को मेट्रोपोलिटयन जोन बनाया गया है। इससे विकास के नए कीर्तिमान बनेंगे। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपनी जमीन नहीं बेचें। मां नर्मदा के माध्यम से क्षेत्र की वर्षों पुरानी प्यास बुझाने का कार्य होगा। उन्होंने कहा प्रदेश में वर्ष 2003 तक कुल 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती थी, जो बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर क्षेत्र हो गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए 5 रुपए में विद्युत कनेक्शन देंगे। प्रदेश में गेहूं की सर्वाधिक पैदावार हुई है। किसानों से हमने 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा। प्रदेश में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है। किसानों की अधिक से अधिक आमदनी हो इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयासरत है। जगह-जगह कृषि मेले लगाए जा रहे है। कृषि मेले लगाकर उन्नत बीजों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, वहीं आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रदर्शन कर उनके उपयोग के बारे में प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। प्रदेश सरकार कृषि आधारित उद्योगों के प्रति भी लोगों को प्रेरित कर रही है। उन्होंने कहा कि दीपावली, दशहरा पर हर वर्ष मेले लगते है, किंतु राज्य सरकार किसानों की भलाई के लिए कृषि मेले भी लगा रही है। माह अक्टूबर में भोपाल में कृषि मेला लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन के लिए भी गोपालन को प्रोत्साहन देने के लिए 25 से अधिक गाय पालन वाले किसानों को 25 प्रतिशत अनुदान भी देंगे। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है कि प्रदेश दुग्ध उत्पादन में शीर्ष पर आए।