जुलाई 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक राहत भरी खबर आई है, क्योंकि थोक और खुदरा दोनों ही तरह की महंगाई में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
थोक महंगाई का हाल: जुलाई में थोक महंगाई दर घटकर -0.58% हो गई है, जो पिछले दो साल का सबसे कम स्तर है। यह गिरावट मुख्य रूप से रोजमर्रा की जरूरी चीजें और खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण हुई है। इससे पहले जून 2025 में थोक महंगाई -0.13% थी, मई 2025 में यह 0.39% और अप्रैल 2025 में 0.85% थी। थोक महंगाई का पिछला सबसे निचला स्तर जून 2023 में था, जब यह -4.12% तक गिर गई थी।
खुदरा महंगाई का हाल: खुदरा महंगाई भी जुलाई में गिरकर 1.55% पर पहुंच गई है, जो कि पिछले 8 साल और 1 महीने का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले जून 2017 में यह 1.54% थी। जून 2025 में यह 2.10% थी, जबकि मई 2025 में 2.82% और अप्रैल 2025 में 3.16% थी। यह गिरावट आम उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि इससे रोजमर्रा के खर्चों पर सीधा असर पड़ता है।