प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक ऐतिहासिक भाषण दिया, जो 103 मिनट तक चला। लाल किले से दिया गया यह भाषण किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का अब तक का सबसे लंबा संबोधन है। इस दौरान उन्होंने अपने ही 98 मिनट के पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
प्रमुख घोषणाएं और बातें:
- रोजगार और टैक्स में राहत: पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ की घोषणा की, जिसके तहत पहली बार नौकरी पाने वाले 3.5 करोड़ युवाओं को ₹15,000 की वित्तीय सहायता मिलेगी। इसके अलावा, उन्होंने दिवाली तक जीएसटी में सुधार लाने का वादा किया, जिससे आम लोगों को टैक्स में राहत मिलेगी।
- ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को चेतावनी: पीएम ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि सेना को खुली छूट दी गई थी, जिसके तहत उन्होंने दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया। उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए सख्त संदेश दिया कि “खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा।”
- आरएसएस और आत्म-निर्भरता: पीएम ने लाल किले से पहली बार आरएसएस की 100 साल की सेवा की सराहना की और इसे दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ बताया। उन्होंने ‘दाम कम, लेकिन दम ज्यादा’ का मंत्र देते हुए ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों पर जोर दिया और कहा कि भारत को अपना जेट इंजन बनाना चाहिए।
- स्वास्थ्य और भविष्य का संकल्प: मोदी ने देश में बढ़ते मोटापे को एक बड़ी समस्या बताते हुए लोगों से घरों में 10% कम तेल का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। उन्होंने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के ‘पंच प्रण’ संकल्प को फिर से दोहराया और कहा कि हमें किसी की लकीर छोटी करने के बजाय अपनी लकीर लंबी करनी चाहिए।