मौसम विभाग ने मुंबई और कोंकण क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटों में यहाँ बहुत ज़्यादा बारिश होने की आशंका है। पूरे देश में मॉनसून का असर दिख रहा है, लेकिन महाराष्ट्र में हालात सबसे ज़्यादा खराब हैं।
महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। मुंबई, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी और कोल्हापुर जैसे शहरों में लगातार बारिश से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई में रविवार रात से शुरू हुई बारिश ने शहर की गति धीमी कर दी है। सड़कों, रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। खासकर अंधेरी सबवे और खर सबवे जैसे निचले इलाकों में पानी भर जाने से ट्रैफिक पूरी तरह रुक गया है।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने 19 अगस्त को सभी सरकारी और निजी स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है। मुंबई पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी आपात बैठक कर सभी एजेंसियों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
देश के अन्य हिस्सों का हाल
दिल्ली-एनसीआर: दिल्ली में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 20 अगस्त तक हल्की बारिश होती रहेगी।
हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश और भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है। मंडी जिले में चार स्कूल बंद किए गए हैं और 449 सड़कें बंद हैं।
उत्तराखंड: गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन और मलबा गिरने से यातायात बाधित हुआ है।
उत्तर प्रदेश: लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी समेत 18 जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गंगा और यमुना नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, और 22 जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर: भारी बारिश और बादल फटने के कारण सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं। कठुआ में सात लोगों की मौत की खबर है।
कर्नाटक: बेंगलुरु में भारी बारिश के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं और प्राइमरी स्कूल बंद हैं।
झारखंड: जमशेदपुर में स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर बढ़ने से स्कूल बंद कर दिए गए हैं।