अमेरिका में 24 घंटे में 70 हजार से ज्यादा मरीज मिले; स्लोवाकिया के पीएम ने देश में मास टेस्टिंग करवाने की घोषणा की

अमेरिका में 24 घंटे में 70 हजार से ज्यादा मरीज मिले; स्लोवाकिया के पीएम ने देश में मास टेस्टिंग करवाने की घोषणा की

दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4 करोड़ से ज्यादा हो गया है। इनमें अब तक 2 करोड़ 99 लाख 35 हजार 601 मरीज रिकवर हो चुके हैं। वहीं, संक्रमण से अब तक 11.15 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।

जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में 24 घंटे में 70 हजार नए मामले सामने आए। जुलाई के बाद यह एक दिन में संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक दिन पहले भी 68 हजार केस मिले थे। राष्ट्रपति चुनाव अब महज दो हफ्ते दूर है। ऐसे में बढ़ते मामले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मुश्किलों में इजाफा कर सकते हैं।

इसके पहले 31 जुलाई को 68 हजार मामले सामने आए थे। अगस्त और सितंबर में मामले कम हुए थे। लेकिन, अक्टूबर में संक्रमण की दूसरी लहर सामने आई। पिछले हफ्ते औसतन यहां 55 हजार मामले रोज मिले। सितंबर की तुलना में यह 60% ज्यादा है।

स्लोवाकिया: टेस्टिंग नहीं हुई तो पीएम इस्तीफा देंगे

स्लोवाकिया के न्यूज एजेंसी टीएएसआर ने बताया कि स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री इगोर माटोविक ने देश में 10 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों की टेस्टिंग करने की घोषणा की। हाल में, स्लोवाकिया में संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

माटोविक का मानना है कि कोरोना को रोकने के लिए यह एकमात्र तरीका है। माटोविक ने वादा किया कि अगर मास टेस्टिंग नहीं होता है, तो वह इस्तीफा दे देंगे। स्लोवाकिया में कोरोना के 29,835 मामले हैं और 88 लोगों की मौत हो चुकी है।

अमेरिका के 29 राज्यों में मामले बढ़ रहे

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में वर्मोंट और मिसौरी केवल दो राज्य हैं, जहां पिछले एक हफ्ते में संक्रमण के मिले मामलों में 10% से ज्यादा सुधार हुआ है। इस बीच, कनेक्टिकट और फ्लोरिडा में 50% या उससे ज्यादा मामले बढ़े हैं। अन्य 27 राज्यों में 10% से 50% के बीच बढ़े।

लंदन में विरोध प्रदर्शन
बोरिस जॉनसन सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए नए प्रतिबंधों का ऐलान किया। लंदन में इसके खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गए। हालांकि, पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों की तादाद काफी कम थी और इनमें से ज्यादातर नशे में थे।

सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि यूरोप में बिगड़ते हालात को देखते हुए सख्ती के अलावा अब कोई उपाय नहीं बचा है। ब्रिटेन के कई हिस्सों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां सभी बार, पब और रेस्टोरेंट्स अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं।

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