टोक्यो पैरालिंपिक में 11वें दिन भारत को दो गोल्ड सहित चार मेडल मिले। भारत की शुरुआत अच्छी रही। तीन बैडमिंटन खिलाड़ी फाइनल में पहुंचने में सफल हुए। भारत के लिए शनिवार को पहला गोल्ड शूटिंग के एसएच-1 कैटेगरी के 50 मीटर पिस्टल में मनीष नरवाल ने जीता, वहीं दूसरा गोल्ड बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने SL3 कैटेगरी में जीता। वहीं शूटिंग में सिंहराज अधाना ने सिल्वर मेडल जीता। मनोज सरकार ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
प्रमोद भगत ने SL3 कैटेगरी के फाइनल में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से हरा दिया। इसी SL3 कैटेगरी में मनोज सरकार ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में जापान के दाइसुके फॉजीहारा को 22-20, 21-13 से हराया।
भारत ने 17 मेडल किए अपने नाम
अब भारत के टोक्यो में 17 मेडल हो चुके हैं। अब तक 53 साल में 11 पैरालिंपिक्स में 12 मेडल आए। 1960 से पैरालिंपिक हो रहा है। भारत 1968 से पैरालिंपिक में भाग ले रहा है। वहीं 1976 और 1980 में भारत ने भाग नहीं लिया था। टोक्यो में अब तक 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल मिले हैं।पहली बार पैरालिंपिक में शामिल बैडमिंटन में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। प्रमोद के अलावा एसएल-4 में नोएडा के डीएम सुहास यथिराज और एसएच-6 कैटेगरी में भी कृष्णा नागर फाइनल में पहुंचकर मेडल पक्का कर चुके हैं। दोनों का फाइनल मुकाबला रविवार को हाेगा। वहीं पलक कोहली और प्रमोद भगत से मिक्स्ड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने की उम्मीद है।
पहली बार पैरालिंपिक में शामिल बैडमिंटन में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। प्रमोद के अलावा एसएल-4 में नोएडा के डीएम सुहास यथिराज और एसएच-6 कैटेगरी में भी कृष्णा नागर फाइनल में पहुंचकर मेडल पक्का कर चुके हैं। दोनों का फाइनल मुकाबला रविवार को हाेगा। वहीं पलक कोहली और प्रमोद भगत से मिक्स्ड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने की उम्मीद है।
क्या होता है एचएच-6 कैटेगरी
एचएच-6 कैटेगरी में वह खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनकी लंबाई नहीं बढ़ती। कृष्णा को इस बारे में तब पता चला वह महज दो साल के थे। उन्होंने खुद को पूरी तरह खेल को समर्पित कर दिया। वे हर रोज घर से 13 किमी दूर स्टेडियम जाकर ट्रेनिंग किया करते जिसका फल उन्हें आज मिल रहा है।
मनीष ने फाइनल में 209.1 का स्कोर किया, जबकि सिंहराज ने 207.3 स्कोर का सिल्वर मेडल जीता। इससे पहले अधाना क्वॉलिफिकेशन राउंड में 536 अंकों के साथ चौथे स्थान पर थे, जबकि नरवाल 533 अंकों के साथ सातवें स्थान पर थे। अधाना 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं।
प्रमोद ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा डाइसुके को 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं सुहास ने इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 21-9, 21-15 से हराया। इसके साथ ही टोक्यो में भारत के 18 मेडल हो जाएंगे। सुहास नोएडा के DM हैं। इससे पहले भी वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए मेडल जीत चुके हैं।
नरेंद्र मोदी ने मनीष को दी बधाई
टोक्यो में मनीष नरवाल ने भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके उन्हें बधाई दी है। मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा कि शानदार उपलब्धि के लिए आपको बधाई। आपका यह गोल्ड भारतीय खेल के लिए विशेष महत्व रखता है।