अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री पर विवादित टिप्पणी करने पर लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। अपने निलंबन के बाद से ही अधीर सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच आज उन्होंने मीडिया से बात करते कहा कि अगर निलंबन वापस नहीं हुआ तो जरूरत पड़ने पर वो सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।कांग्रेस मुख्यालय में आज मीडिया से बात करते हुए अधीर रंजन ने कहा कि हमने संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की थी। हम चाहते थे कि संसद चले। जब हमारी बात नहीं सुनी गई, तो हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का अंतिम उपाय करना पड़ा कि प्रधानमंत्री संसद में बोलें। जब अविश्वास पर बहस लंबित रही तो भाजपा संसद में विधेयक पारित करते रहे। विपक्ष को कई विधेयकों पर अपनी राय रखने का मौका नहीं मिला। कांग्रेस नेता ने कहा कि साल 1978 में भी सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और उसी दिन प्रस्ताव पर चर्चा भी शुरू हो गई थी। नतीजा ये निकला कि सदन सुचारू रूप से चला।
