संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में पेश किए गए निंदा प्रस्ताव पर मतदान से भारत दूर रहा, जिसमें रूस के अवैध जनमत संग्रह की निंदा की गई है। यह प्रस्ताव अमेरिका और अल्बानिया की तरफ से पेश किया गया था। इस प्रस्ताव के सपोर्ट में 10 देशों ने वोट किया और 4 देश मतदान में शामिल नहीं हुए।
इसके अलावा अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा कि नाटो अपनी जमीन के ‘हर इंच’ की रक्षा करेगा। इसके लिए अमेरिका पूरी तरह से तैयार है।
अमेरिका ने रूस की तरफ से यूक्रेन के चार शहरों पर कब्जे को भी खारिज किया है। बाइडेन ने कहा कि रूस ने जिन इलाकों को कब्जा किया है, उसे अमेरिका स्वीकार नहीं करेगा। नाटो ने भी रूसी कब्जे को इंटरनेशनल लॉ का उल्लंघन बताया है।
दरअसल, यूक्रेन के 4 शहरों को रूस ने शुक्रवार को अपने इलाके में शामिल कर लिया। ये इलाके डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जपोरिजिया हैं। पुतिन ने इस दौरान कहा कि अगर यूक्रेन उन शहरों को दोबारा कब्जाने की कोशिश करता है तो वो रूस पर हमला माना जाएगा।